मशहूर भारतीय संतूर वादक संगीतकार पंडित शिवकुमार शर्मा का मुंबई में कार्डियक अरेस्ट के चलते मात्र 84 वर्ष की आयु में स्वर्गवास (मृत्यु) हो गया। पिछले 6 महीने से शिवकुमार जी किडनी से जुड़ी समस्याओं से परेशान थे जिसके कारण वो 6 महीने से ही डायलिसिस पर थे।
आज हम उनके संपूर्ण जीवन परिचय के बारे में जानेंगे तो पूरा लेख पढ़कर संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा के बारे में सब कुछ जान लें।
पंडित शिवकुमार शर्मा जीवनी | Pandit Shivkumar Sharma Biography In Hindi
पंडित शिवकुमार शर्मा भारत एक प्रसिद्ध संतूर वादक थे उनके पिताजी उमादत्त शर्मा भी संगीत प्रेमी थे शिवकुमार शर्मा ने एक इंटरव्यू में कहा था की उनके पिताजी ने जब वो 5 साल के थे तबसे ही उनको तबले और गायन की शिक्षा शुरू कर दी।
और बाद में उमा दत्त शर्मा ने निर्णय किया कि पंडित शिवकुमार शर्मा भारत के पहले शास्त्रीय संगीत पर वाद यंत्र संतूर बजाने वाले पंडित बने। और उस दिन से ही शिवकुमार शर्मा ने संतूर बजाना प्रारंभ किया और अपने पिता के सपने को साकार किया।
पूरा नाम (Full Name) | पंडित शिवकुमार शर्मा (Pandit Shivkumar Sharma) |
उपनाम (Nickname) | Sultan of strings |
जन्म तिथि और स्थान (Date Of Birth & Place) | 13 जनवरी 1938, जम्मू भारत |
मृत्यु की तिथि और स्थान (Date Of Death & Place) | 10 मई 2022, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
पत्नी का नाम (Wife’s Name) | मनोरमा शर्मा |
बेटे का नाम (Son’s Name) | राहुल शर्मा |
पिताजी का नाम (Father’s Name) | पंडित उमादत्त शर्मा |
अवार्ड्स और सम्मान | साल 1991 में पद्मश्री, साल 2001 में पद्म विभूषण, साल 1986 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिला |
संतूर वादक शिवकुमार शर्मा के बारे में रोचक तथ्य
- बॉलीवुड में एक जोड़ी बहुत प्रसिद्ध हुई जो थी शिव-हरी जिसमे शिवकुमार शर्मा और हरी प्रसाद चौरसिया की जिन्होंने बॉलीवुड को बहुत मधुर और हिट गाने दिए उनमें से एक है मेरे हाथों में नौ नौ चूड़ियां है थोड़ा ठहरो सजन मजबूरियां है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
पंडित शिवकुमार शर्मा का निधन पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को बताते हुए अपने ट्विटर पर यह संदेश लिखा।
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संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा की मृत्यु का कारण क्या था?
अजीत संगीतकार पंडित शिवकुमार शर्मा की मृत्यु का कारण कार्डियक अरेस्ट था और इससे 6 महीने पहले वे किडनी की बीमारियो से परेशान थे।
शिवकुमार शर्मा क्या बनना चाहते थे?
शिवकुमार शर्मा के पिता जी चाहती थी कि उनका बेटा सरकारी नौकरी करे और जम्मू कश्मीर आकाशवाणी में कार्य करे लेकिन शिवकुमार शर्मा एक संतूर और महज ₹500 लेकर घर से मुंबई की ओर आ गए।
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