ईद-उल-फितर (Eid Ul Fitr) इस्लाम धर्म का प्रमुख त्योहार है जो मुस्लिमों के उपवास के महीने रमजान के खत्म होने और शव्वाल, इस्लामी कैलेंडर के 10 वें महीने के पहले दिन मनाया जाता है। इसे मीठी ईद (Meethi Eid) भी कहा जाता है इस बार मीठी ईद इस वर्ष 2 मई 2023 को मनाई जाएगी।
त्योहार का नाम (Festival Name) | ईद उल फितर (Eid Ul Fitr) |
अन्य नाम | मीठी ईद (रमजान के एक महीने के उपवास तोड़ने के अवसर पर) |
कब मनाया जाता है? | सव्वाल महीने के 1 तारीख को |
कब है? | 2-3 मई 2023 |
धर्म (Religion) | इस्लाम (Islam) |
मीठी ईद कब है | Eid ul-Fitr 2023 Date
भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में ईद उल फितर किस दिन मनाया जाएगा?
भारत में इस वर्ष 1 मई को शव्वाल का चांद दिखने की संभावना है अगर चांद दिखा तो ईद 2 मई को मनाई जाएगी। अगर 1 मई 2023 को चांद नही दिखा तो भारत, पाकिस्तान सहित बांग्लादेश में ईद 3 मई को मनाई जाएगी।
सऊदी अरब में Eid Ul Fitr कब है Date और Time?
सऊदी अरब सुप्रीम कोर्ट ने सभी को 30 अप्रैल 2023 को ईद का चांद देखने के लिए कहा इसलिए संयुक्त अरब अमीरात और कतर, कुवैत, बहरीन, जॉर्डन और सऊदी अरब जैसे खाड़ी देशों में ईद 1 मई को मनाई जाएगी।
ईद उल फितर का महत्व | Significance of Eid Al Fitr in Hindi
- मीठी ईद का यह त्यौहार मुसलमानो के लिए भाईचारे का त्योहार है इस दिन सभी आपस में मिलकर सुख समृद्धि और शांति की दुआएं मांगते है।
- सभी मुस्लिम मिलकर एक दूसरे को ईदी बांटते है भारत में ज्यादातर घरों में सेवई बनाई जाती है।
- यह पर्व मुस्लिमों का मजहब के प्रति त्याग और समर्पण का भाव दिखाता है।
- इस्लाम मानता है की एक बेहतर समाज का निर्माण करने के लिए इंसान को अपनी इच्छाओं का त्याग करना चाहिए।
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ईद उल फित्र का इतिहास | Eid Ul Fitr History In Hindi
- मुस्लिम मान्यताओं के अनुसार इस्लामिक पैगंबर मोहम्मद साहब ने सबसे पहले ईद उल फितर मनाई।
- कुछ मान्यताओं के अनुसार मक्का में मोहम्मद साहब के जाने के बाद मदीना में ईद मानने की परंपरा शुरू हुई।
- जब मुहम्मद साहब मक्का पहुंचे तो उन्होंने लोगो को दो दिन उत्सव यानी त्योहार मानते हुए पाया इसके बाद मोहम्मद साहब ने कहा अल्लाह ने उत्सव के दो दिन तय किए हैं ईद उल-फितर और ईद अल-अधा।
ईद उल फित्र कैसे मनाते है? | How is Eid ul Fitr celebrated?
- ईद उल फितर को मीठी ईद भी कहा जाता है इसलिए सभी के घर में कुछ मीठा (सेवई) बनाई जाती है।
- जहां तक संभव हो सके सभी अपने लिए नए कपड़े लेकर आते है उनकी पहनकर ईद मानते है।
- सभी एक दूसरे को ईदी बांटकर सुख, समृद्धि और भाईचारे की कामना करते है।